रौनकें बाग़ की तितलियों से भर गईं, गलियाँ गुलाब की मखमली गलीचे पर, सरसों है लेटी रौनकें बाग़ की तितलियों से भर गईं, गलियाँ गुलाब की मखमली गलीचे पर, सर...
बर्फ की सिलवटों में लिपटी हुई ये रातें , मुझे अजनबी निगाहों से देखती हैं, दूधिया चांद बर्फ की सिलवटों में लिपटी हुई ये रातें , मुझे अजनबी निगाहों से देखती हैं, ...
घर में घर में
मध्यांतर में मध्यांतर में
शीशे में शीशे में
मुझे उदास कर देते हैं बेतरतीब बालों वाले, मैले कुचैले कपड़े पहने कंधे पर कूड़ा बीनने का थैला टां... मुझे उदास कर देते हैं बेतरतीब बालों वाले, मैले कुचैले कपड़े पहने कंधे पर कूड़...